ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी किनारे बसी झुग्गी झोपड़ियों को आखिरकार 35 साल बाद नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया है। बरसात के मौसम में चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते हर बार इन झुग्गी झोपड़ियों को गिराने के आदेश होते थे, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण आदेश फाइलों में दबकर रह जाते थे। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद अब जाकर नगर निगम ने जमीनी स्तर पर कार्रवाई की है। अफरा तफरी के बीच आखिरकार निगम बस्ती को अतिक्रमणमुक्त करवाने में सफल रहा।
दूसरी ओर सिर से छत उड़ जाने के बाद अब यहां पर रहने वाले करीब 300 लोगों के सामने आवास का संकट पैदा हो गया है। शनिवार को जब निगम की जेसीबी झुग्गियों पर चल रही थी तो गठरियों और अनाज से भरे टीन के डिब्बों पर बच्चे और महिलाएं अपने वर्षों पुराने आशियाने को ढहते देख रहे थे। हर परिवार के पुरुष अपने आशियाने में पड़े ज्यादा से ज्यादा सामान समेटने की आपाधापी में जुटे रहे। लोगों की भगदड़ और चेहरे पर पसरा भय वर्तमान ही नहीं भविष्य की चिंताओं की बानगी भी कह रहा था।