हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान विभाग में दो दिवसीय बिजनेस एनालिटिक्स यूजिंग पाइथन विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजन में पधारी मुख्य अतिथि एवं रिसोर्स पर्सन प्रीति प्रधु, संस्थापिका, डाटा साइंस लैब, पुणे, महाराष्ट्र ने कहा कि बिजनेस एनालिटिक्स डेटा एनालिटिक्स बिजनेस इंटेलिजेंस और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग का एक संयोजन है। डेटा का विश्लेषण करने का एक अनोखा विज्ञान भी है, जो रणनीति विकसित करने में मददगार होता है। इसका उपयोग प्रत्येक उद्योगों में किया जा सकता है। वर्तमान में बहुत से कार्पोरेशन, निगमों ओर सरकारों के उद्योगों में इस डेटा विश्लेषण का उपयोग कर रहे हैं। इस डेटा का चुनाव अभियानों की योजना बनाने ओर चुनाव जीतने के लिए विश्लेषिकी का व्यापक रूप में लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह का विश्लेषण करने से पूर्व यह तय करना होगा कि प्रयोक्ता का उद्देश्य क्या हैउद्देश्य व्यवसाय से जुड़ा हुआ है और व्यवसाय में कौन-कौन सी समस्याएं पैदा हो रही है। उसका निदान डेटा विश्लेषण के माध्यम से खोजा जा सकता है। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए द्वीप प्रज्वलन के साथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि वर्तमान युग कम्प्यूटर का है। और इस युग में प्रत्येक चीज का विश्लेषण किया जाता है। चाहे वह वर्णनात्मक विश्लेषण हो या आंकड़े वर्णन का कार्य करते हों। कच्चे डाटा को सारांशित करके उसे आसानी से समझना और उसकी योग्य कम्प्यूटर वैज्ञानी के द्वारा व्याख्या करना आसान काम नहीं है। उन्होने कहा कि आज इस विभाग में यह राष्ट्रीय कार्यशाला हो रही है और अन्य संस्थानों से अनुदान लेकर कार्यशाला का आयोजन कर रहे है, यह बहुत बड़ी बात है इस तरह का सभी विभागों को करना चाहिए। विभाग के डा श्वेतांक आर्य का कार्य अत्यंत सराहनीय है। विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो विनोद कुमार ने कहा कि वेदों में विविध प्रकार का विज्ञान उपलब्ध है। यजुर्वेद के ब्रह्म मंत्रास द्वारा डाटा में प्रयुक्त के रूप में तथा एकविद परमात्मा व एक अंग के रूप में परिभाषित किया गया है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर की संरचना भी वैदिक गणित से हुयी है जिस तरह शून्य को चेतन तत्व (आत्मा) माना जाता है। शून्य को ब्रह्म भी कहा जाता है उसी प्रकार से कंप्यूटर को शून्य से शुरुआत होती है। वर्तमान में कम्प्यूटर जीवन का हिस्सा बन गया है। नए-नए साफ्टेयर निजात किए जा रहे है जिसका ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है। प्रौद्योगिकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो0 कर्मजीत भाटिया ने कहा कि डा0 श्वेतांक आर्य द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला से पूर्व इस तरह की विभाग में कई कार्यशालाएं आयोजित होती रही है। इस कार्यशाला में डा0 पंकज मदान द्वारा रिसोर्स पर्सन के रूप में पूर्व में सहयोग मिलता रहा है। इस कार्यशाला में एम0बी0ए0 और एम0सी0ए0 के छात्र भाग ले रहे हैं। कार्यशाला के संयोजक कम्प्यूटर विज्ञानी डा श्वेतांक आर्य ने कहा कि इस कार्यशाला को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि खेल, शिक्षा कृषि, व्यापार और परिवहन इत्यादि क्षेत्रों मे शोध एवं रोजगार के बहुत अवसर युवाओं को मिल सकते है। इस अवसर पर डा0 महेन्द्र सिंह असवाल, डा0 कृष्ण कुमार, डा0 राजकुमार भाटिया, डा0 हेमन पाठक, डा0 प्रवीणा चतुर्वेदी, डा0 दीनदयाल, पंकज, संजय कुमार, अजय कुमार, द्विजेन्द्र पन्त इत्यादि उपस्थित रहे।
गुरूकुल कांगड़ी विवि में किया गया कार्यशाला का आयोजन